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Md Raja |
पटना, राज्य ब्यूरो। बिहार पर एक बार फिर कोरोना का खतरा मंडरा रहा है। स्थिति यह है कि 4-10 मार्च के बीच राज्य में कोरोना एक्टिव केस की संख्या 241 थी। जो 11-18 मार्च के बीच 356 और 19-25 मार्च के बीच एक्टिव केस बढ़कर 933 हो गए हैं। स्थिति को देखते हुए सरकार ने आमजन से अपील की है कि वे कोरोना की गाइड लाइन का पालन करें। क्योंकि मामूली सी लापरवाही से स्थिति भयावह हो सकती है। उन्होंने लोगों से अपील की है कि खतरे को देखते हुए सार्वजनिक स्थानों पर होली खेलने से बचें। शुक्रवार को स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव प्रत्यय अमृत ने प्रेस कांफ्रेंस कर यह जानकारी दी।
19 मार्च से बढ़ने शुरू हुए केस
प्रधान सचिव स्वास्थ्य के अनुसार राज्य में 19 मार्च से कोरोना के केस बढ़ने शुरू हुए हैं।
19 मार्च को बिहार में 90 संक्रमित मिले। यह सिलसिला अनवरत बढ़ता जा रहा है। 20 मार्च को 88, 21 को 126, 22 को 90, 23 को 111, 24 को 170 और 25 मार्च को 258 संक्रमित केस मिले।
आरटीपीसीआर जांच बढ़ाई गई
प्रधान सचिव ने बताया की स्थिति को देख आरटीपीसीआर टेस्ट की संख्या बढ़ाई जा रही है। माइक्रो कंटेनमेंट जोन भी बनाए जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि अब तक रोज तकरीबन 37 हजार आरटीपीसीआर टेस्ट हो रहे थे। इनमें ट्रे-नेट टेस्ट भी शामिल थे। लेकिन, संक्रमण के नए मामलों को देख आरटीपीसीआर टेस्ट की संख्या बढ़ाकर 40 हजार कर दी गई है। ट्रू-नेट मिलाकर करीब 44 हजार से अधिक टेस्ट रोज होंगे। इसमें एंटीजन टेस्ट शामिल नहीं।
पटना सर्वाधिक संक्रमित प्रमंडल
प्रत्यय अमृत ने बताया कि सर्वाधिक संक्रमित प्रमंडल पटना है। पटना प्रमंडल में 445 एक्टिव केस हैं। सारण में 32, गया में 68, भागलपुर में 84, मुंगेर में 74, सहरसा प्रमंडल में 25 तो पूर्णिया में 92, दरभंगा में 50 और तिरहुत प्रमंडल में 54 एक्टिव केस हैं। प्रमंडलों को एक्टिव केस के आधार पर आरटीपीसीआर टेस्ट का टारगेट दिया गया है।
सिविल सर्जनों को कंटेनमेंट जोन की निगरानी का निर्देश
प्रधान सचिव ने बताया कि पिछले वर्ष से सबक लेते हुए इस बार कई अहम कदम उठाए गए हैं। सभी सिविल सर्जनों को निर्देश दिए गए हैं वे स्वयं जाकर माइक्रो कंटेनमेंट जोन का आकलन करें। उन्होंने बताया कि बिहार में अब तक 241 माइक्रो कंटेनमेंट जोन बनाए गए हैं।
प्रमंडलवार माइक्रो कंटेनमेंट जोन व आरटीपीसीआर टेस्ट का लक्ष्य
प्रमंडल कंटेनमेंट जोन टेस्ट लक्ष्य
* तिरहुत - 48 7200
* दरभंगा - 35 3650
* पूर्णिया - 20 4500
* सहरसा - 15 2700
* मुंगेर - 18 4250
* भागलपुर - 12 2200
* सारण - 15 2700
* गया - 44 4500
* पटना - 34 4300
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